विगत समय में इंटरनेट पर हिंदी की उपस्थिति से हिंदी भाषी इंटरनेट उपयोगकर्ता को बहुत सहूलियत हो गई है। आज हिंदी में दिनों-दिन नई वेबसाइट आ जाने से लोगों को अपनी मनचाही सामग्री आसानी से उपलब्ध है। पर फिर भी बहुत से इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को अनेक उपयोगी हिंदी जालस्थलों के बारे में जानकारी न होने से चाही गई जानकारी सुलभ नहीं है।
2006 में मैंने ऑरकुट पर हिंदी ई-पुस्तक नाम से एक समूह बनाया था। उस समय भी इंटरनेट पर काफी सारा हिंदी साहित्य ई-बुक के रूप में उपलब्ध था। पर लोगों को जानकारी न होने के कारण उस तक पहुंच नहीं हो पाती थी। मैंने और प्रतीक पांडे ने सोचा कि क्यों न ऐसा एक समूह बनाया जाए जहां लोग आसानी से इस विषय में अपनी जानकारी एक-दूसरे से बांट सकें। वर्तमान में 1100 से भी अधिक लोग इस समूह के सदस्य हैं।
मैं यहां हिंदी ई-बुक्स और साहित्य से संबंधित लिंक दे रहा हूं जिससे एक ही स्थान पर हिंदी-साहित्य प्रेमियों को उनकी मनचाही जानकारी उपलब्ध हो जाए।
सहस्त्राब्दी की हिन्दी कविताओं का संकलन
यहाँ पर पिछले हजार सालों के प्रमुख हिन्दी कवियों की कविताओं का संकलन है
जिनमें प्रमुख हैं-
अमीरखुसरो
कबीरदास
सूरदास
मीराबाई
जायसी
नानक
रैदास
रसखान
रहीम
श्रीमद भागवद गीता, दोहावली और कवितावली पढ़िये
हिन्दी कहानियाँ और प्रेरणास्पद लेख
तिरुक्कुरळ हिन्दी मे (तमिल से)
हिन्दी सुभाषित सहस्र
हिंदी सूक्तियां
डिजिटल सांस्कृतिक संपदा पुस्तकालय
उपरोक्त पुस्तकों के अतिरिक्त मैंने स्वयं कुछ बेहतरीन हिंदी ईबुक्स का संकलन Hindi Ebooks के नाम से बनाया है-
जिसमें कुछ चुनिंदा हिंदी ई-पुस्तकों को संग्रहित किया है। जिनमें से कुछ हैं-
गोदान- मुंशी प्रेमचंद
देवदास- शरतचंद्र
कुरूक्षेत्र- रामधारी सिंह दिनकर
मधुशाला- हरिवंशराय बच्चन
आनंदमठ- बंकिमचंद्र
अंधायुग- धर्मवीर भारती
कनुप्रिया- धर्मवीर भारती
रहीम के दोहे
कबीर के दोहे
कामायनी- जयशंकर प्रसाद
एक गधे की वापसी- कृष्ण चंदर
गालिब की रचनाएं
हरिशंकर परसाई की व्यंग्य रचनाएं
तरकश- जावेद अख्तर
शरद जोशी के व्यंग्य लेख
बच्चन की प्रतिनिधि रचनाएं
आंखन देखी- दुर्गाप्रसाद अग्रवाल
हिंदी काव्य संग्रह
इन ई-पुस्तकों के संग्रह और संपादन में कुछ लोगों का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ है जिनका मैं आभारी हूं- श्री अनूप शुक्लाजी, प्रतीक पांडे, अनुनादजी, आलोकेश्वर, सागर नाहरजी और भी बहुत से सहयोगी जिनका शायद मैं नाम भूल रहा हूं।
इसके अलावा रवि रतलामीजी से भी मुझे रचनाकार पर प्रकाशित कुछ पुस्तकों के पीडीएफ संस्करणों को यहां रखने की अनुमति मिली जिसके लिए मैं उनका विशेष रूप से आभारी हूं।
7 comments:
बहुत काम के लिन्क हैं मित्र।
बधई हो भाई
बहुत सही भाई । ऐसे कामों में मैं भी मदद करने को तैयार हूं ।
अच्छी जानकारी, बढ़िया काम… लगे रहो…
अच्छा काम कर रहे होण् हम सब आपके साथ हैंञ
सूरज प्रकाश
आपके इस प्रयास से हमारा और हमारे दोस्तों का बहुत भला किया है।
शुक्रिया भाई शुक्रिया!!
इस मुहिम में हम भी साथ हैं और बिन कहे अपना योगदान देते रहेंगे।
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